अगर आप स्टॉक मार्किट में काम करते है और खासकर F&O में काम करते है तो रोलओवर के बारे में आपका जानना बहुत जरुरी है। रोलओवर क्या होता है और रोलओवर क्यों किया जाता है यह मै आपको इस Artical में बताऊंगा।

सबसे पहले मै ये बता दूँ कि रोलओवर सिर्फ आप अपनी Future Position को ही कर सकते है। Options में आप रोलओवर नहीं कर सकते है। जब आप F&O में काम करते है तो आपको पता होगा कि F&O में हर Month की Expiry Date होती है और आपको उस Expiry Date तक अपना सौदा खत्म करना होता है, चाहे आपको फायदा हो या नुकसान।

अब एक उदाहरण से समझते है कि मान लो आपको अपनी कोई Position पे Loss हो रहा हो और आपको लगता हो की Next Month की Expiry तक आपका भाव वापस आ जाएगा और आप मुनाफे में निकल जाएंगे, तो आप अपनी पोजीशन को होल्ड करना चाहेंगे । लेकिन इस महीने की Expiry के दिन आपका सौदा तो काट जाने वाला है तो आप वो Position कैसे होल्ड करेंगे। तो इसी दुविधा को दूर करने के लिए F&O में रोलओवर का Concept लाया गया है जहा आप अपनी पोजीशन को Carry Forward कर सकते है।

रोलओवर का मतलब होता है कि आप अपनी Current Position को Next Month में Carry Forward कर रहे है इसके लिए आपको अपने Current Expiry के सौदे की Close करना होता है औरऔर तुरंत Next Month की पोजीशन लेनी होती है।

Example – मान लो आप के पास HDFC BANK का 1 LOT FUTURE (मई EXPIRY) ₹1500 के भाव पर BUY है और EXPIRY के दिन तक उसका भाव ₹1450 आ जाता है और आपको ₹50 का नुकसान होता है पर आपको लगता है कि जून महीने में यह शेयर 1550 तक जा सकता है और आप वह position होल्ड करना चाहते है।

तो आप उस वक़्त अपनी मई Expiry की Position को ₹1450 में Sell करके June Expiry की Position ₹1460 में buy कर सकते है। यहाँ पर आप Buy Rollover कर रहे है इसलिए आपको जून Month की Position पर कुछ premium देना पड़ सकता है जो May Month की Premium से अधिक हो सकता है और यह मार्किट पर निर्भर करता है। आप इसी तरह अपनी Short या Sell Position को भी रोलओवर कर सकते है।

अब बहुत से लोगो का सवाल होता है कि क्या वे अपनी Options की Positions को भी Rollover  कर सकते है तो जवाब होगा नहीं, आप अपनी Options  की position  को रोलओवर नहीं कर सकते है क्योंकि Options एक ऐसा Product है जो के Expiry के दिन Exercise होता है।

Example – मान लो आपने HDFC बैंक का CALL OPTION (मई महीने का) 1500 CE ₹20 की Premium पर buy किया है अब May Expiry के दिन अगर  Hdfc bank 1495 के Spot भाव पर Close हो जाता है तो वह 1500 ce ₹0 हो जाएगा, पर Next Month यानि June महीने का 1500 ce ₹0 नहीं होगा। उसका भाव ₹25 -₹30 होगा। अब आप यहाँ रोलओवर के बारे में सोचेंगे तो आपको नुकसान होगा क्योंकि May एक्सपायरी के Option में आपको पूरा नुकसान हो चूका है और जून एक्सपायरी के लिए फिर से आपको  ₹25 से ₹30 की Premium देनी पड़ेगी और आपकी Costing बढ़ती जाएगी इसलिए Options में Rollover नहीं किया जा सकता है।

Rollover Cost क्या होता है ? इसे कैसे Calculate करते है?

जब कभी भी आप Rollover करते है तो उस समय Rollover Cost बहुत important होता है ये वह Cost होता है जो आपको Rollover करते समय मिलता या देना पड़ता है। Next Month के Futures Contract Price और Current Month के Futures Contract Price के बीच के Diffrence को Rollover Cost कहते है।

Example – मान लो HDFC बैंक का मई Future ₹1450 चल रहा है और जून महीने का Future ₹1460 चल रहा हो तो रोलओवर Cost ऐसे कैलकुलेट करेंगे।

Next month futures contract price – Current month futures contract price = Rollover cost

                                                 ₹1460 – ₹1450 = ₹10 (Rollover Cost )

Long (Buy) Rollover करने पर प्रीमियम का नुकसान होता है और

Short (sell) Rollover करने पर प्रीमियम का फ़ायदा होता है।

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